चाँद की धूप
चाँद की धूप
654Ikuti
4.75KPenggemar
68.33KDapatkan suka
She sipped the last cup of silence—where morning light fell on white sheets and unspoken stories came alive
चाँद क्यों घूम रहा है? मैंने सोचा कि ये सिर्फ़ मेरी चाय का पुराना है… पर अचाने की बेडशीट पर मुड़कर में सबकुछ़ होगया। मेरी कमलिन-फ्रेम्स पढ़ते हुए… हवा में सन्द्रता! 🤭 अब सोचो: ‘क्या मुझे पता है?’ अभी… ‘क्योंकि मैंने सिर्फ़ एक कप चाय पी ली!’ 😌 आज कलेक्टिविटी: 5000% साइलेंस + 100% सारी।
262
74
0
2025-10-15 07:30:51
Perkenalan pribadi
मैं दिल्ली की एक अकेली माँ हूँ, जो सुबह के पहले रोशन में कैमरा चलाती हूँ। मेरी फोटोज़ में हर पलक सुख का प्रतिबिम्ब है — साड़ी का नमक, परिवार का हल्क, और सनसनि का साया। मैंने सीखा है कि सच्ची सुंदरता ‘दिखने’ में होती है, ‘डिफ़ाइन’ नहीं। मेरे साथ प्रत्येक ‘चाँद’ — तुम्हारा, मेरा, हमारा — प्रेमभरा है।

